कोई मुझसे ये न पूछे, टूट के प्यार में क्या होता है
रूह बिना ज़िंदा रहता वो, जिसका प्यार ज़ुदा होता है
कोई मुझसे ....................................................
सूने हो जाते सन्नाटे, आंसू भी रोने लगते हैं
दर्द भी दर्द से रो देता है, इतना दर्द उसे होता है
कोई मुझसे ....................................................
आईने पहचान न पाते, जाने किसका अक्स दिखाते
तन्हाई भी खो जाती है, उसका हाल बुरा होता है
कोई मुझसे ....................................................
चुप हो जाती है ख़ामोशी, नींद तो खुद ही सो जाती है
जिसने हालत ऐसी कर दी, उसके लिए दुआ करता है
कोई मुझसे ....................................................
-:रिशु कुमार दुबे "किशोर" :-
रूह बिना ज़िंदा रहता वो, जिसका प्यार ज़ुदा होता है
कोई मुझसे ....................................................
सूने हो जाते सन्नाटे, आंसू भी रोने लगते हैं
दर्द भी दर्द से रो देता है, इतना दर्द उसे होता है
कोई मुझसे ....................................................
आईने पहचान न पाते, जाने किसका अक्स दिखाते
तन्हाई भी खो जाती है, उसका हाल बुरा होता है
कोई मुझसे ....................................................
चुप हो जाती है ख़ामोशी, नींद तो खुद ही सो जाती है
जिसने हालत ऐसी कर दी, उसके लिए दुआ करता है
कोई मुझसे ....................................................
-:रिशु कुमार दुबे "किशोर" :-